सिवनी। सिवनी जिले में बेनगंगा पर 2018 से निर्माणाधीन पुल बीते दिनों हुई तेज बारिश में बहस गया। एक महीने पहले ही यह पुल बनकर तैयार हुआ था, अगले कुछ दिनों में इसका उद्घाटन होना था, लेकिन उद्घाटन से पहले ही उक्त पुल ने जलसमाधि ले ली। क्षेत्र के लोग इसे भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा बताते हुए कहते हैं कि इस पुल को भाजपा के कद्दावर नेता ने बनाया था। पुल के पानी में बह जाने के बाद लोग स्थानीय विधायक राकेश पाल से पूछ रहे हैं कि यही है आपकी सरकार का विकास, जो एक महीने में ही बह गया। स्थानीय लोगों के अनुसार भाजपा विधायक पुल के बह जाने की घटना के बाद लोगों का सामना करने से बच रहे हैं।
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में भ्रष्टाचार का नायाब नमूना देखने को मिला। करोड़ों की लागत से बना पुल उद्घाटन से पहले ही नदी में बह गया। सिवनी जिले के सुनवारा गांव में वैनगंगा नदी पर करोड़ों रुपए की लागत से पुल का निर्माण हुआ था। यह पुल लगभग एक महीने पहले ही औपचारिक उद्घाटन के बिना शुरू हुआ था। लोगों ने उद्घाटन से पहले ही इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया था।
सिवनी में बैनगंगा नदी पर बने जिस पुल ने जलसमाधि ली है वह 3 करोड़ 7 लाख रुपये ंमें बनकर तैयार हुआ था। पुल निर्माण का कार्य 1 सितंबर 2018 को शुरू हुआ था। भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में उक्त पुल के ठेके की प्रक्रिया को पूरा किया था, यह जल्दबाजी चहेते ठेकेदार को उपकृत करने के लिए की गई थी। गांव के लोग करीब एक महीने से इस पुल का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले कि इसका उद्घाटन होता. 29-30 अगस्त की दरम्यानी रात पुल ने जलसमाधि ले ली वहीं इस घटना पर कलेक्टर राहुल हरिदास का कहना है कि हमने जांच के आदेश दे दिये हैं, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि यह पुल सिवनी की केवलारी विधानसभा के अंतर्गत आता है. जिसके विधायक बीजेपी के राकेश पाल हैं। अब देखना यह है कि पुल निर्माण एजेंसी पर प्रशासन के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है. फिलहाल इलाके का संपर्क टूट गया है जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है। वैनगंगा नदी पर यह पुल सुनवारा और भीमगढ़ ग्राम को जोड़ता था। पुल के पानी में बह जाने की घटना के बाद विधायक राकेश पाल की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और न ही किसी भाजपा नेता ने निर्माण एजेंसी के खिलाफ कोई वक्तव्य दिया है।